• लखनऊ(सुयश मिश्रा) सोशल मीडिया, एक ऐसा टूल जिसने अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को और आजाद कर दिया है। आज यह टूल एक आम आदमी से लेकर बड़े-बड़े राजनीतिक दलों की जरूरत बन गया है। सोशल मीडिया पर अपने व्यक्तिगत विचारों को व्यक्त करते हुए नवभारत टाइम्स लखनऊ के सम्पादक सुधीर मिश्रा ने कहा कि यह माध्यम सबको एक मंच देता है। हर वह अमीर- गरीब, छोटा-बड़ा अपनी बात इस पर शेयर कर सकता है। अपने विचारों को दूसरों तक पहुंचा सकता है। 

 उन्होंने कहा कि 2008 में सोशल मीडिया पर मैं आया और मैंने फेसबुक पर एक एकाउंट बनाया। उसके बाद से मैं फेसबुक पर एक्टिव हो गया। मेंरे कई दोस्तों और करीबियों ने मुझे मना किया और कहा कि आपको इतना एक्टिव नहीं होना चाहिए। जवाब में मैंने उनसे कहा कि जो पारदर्शी है उसे इससे डरने की कोई जरूरत नहीं। 


 कैसे लोगों को बनाएं अपना दोस्तउन्होंने कहा कि यह एक ऐसा मंच है जिस पर आप जैसे लोग हैं। आप उनको ही दोस्त बनाएं जिनकी विचारधारा आपके प्रतिकूल हो। क्योंकि दूसरे पक्षों को जानना भी बहुत जरूरी होता है। 

 सोशल मीडिया अच्छा भी और बुरा भी सोशल मीडिया के निगेटिव और पॉजिटिव दोनों पहलू हैं कोई इससे बम बनाना सीखता है तो कोई इसका सदुपयोग अच्छे कार्यों के लिए करता है। 
 इस दौरान नवभारत टाइम्स के सम्पादक सुधीर मिश्रा ने न्यूज टाइम्स के सीनियर रिपोर्टरसुयश मिश्रा से ''सामाजिक परिवर्तन में सोशल मीडिया की भूमिका'' विषय पर बात की आइए जानते हैं इस दौरान उन्होंने क्या कहा। 
सुयश मिश्रा मोबाइल  8924856004

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