केजरीवाल सरकार शीला की लीला दिखाने के लिए दम भर रही है, तत्कालीन सरकार में हुए घोटाले की  पोल खोलने का मन लगभग उसने बना लिया है। पर शायद केजरीवाल को यह नहीं भूलना चाहिए कि आग से खेलना आसान नहीं है, उनकी सरकार जिस गाड़ी की पहियों पर सवार है, वो कभी भी भृष्ट हो सकती है और उन्हें धरातल दिखा सकती है । फिर भी राजनीतिक रड़भूमि में यह बहुत बड़ा कदम है.………… 

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